बस्तर में पर्यटक को बढ़ावा देने भी विशेष प्रावधान, मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना होगी शुरू, दंतेवाड़ा शक्तिपीठ का भी होगा विकास
रवि कुमार रापर्ती
जगदलपुर। वन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश किये गये बजट का स्वागत करते हुये कहा कि यह बजट छत्तीसगढ़ के विकास का नया स्वरूप तय करेगा। प्रदेश की महिलाओं, युवाओं व किसानों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा तय करने वाला बजट है। बस्तर की बेहतरी व विकास के लिये भी करोड़ों रुपये खर्च किये जायेंगे। बस्तर के बीजापुर जिले में जिला न्यायालय खोलने का प्रावधान बजट में किया गया है। यह बस्तर क्षेत्र के लिये बड़ा कदम है। मद्दी ने कहा कि बस्तर की क्षेत्रीय बोली हल्बी एवं गोंडी के संरक्षण के लिये भाषा परिषद का गठन किया जायेगा। इसके अतिरिक्त 2 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से साफ्टवेयर बनाने का प्रावधान किया गया है। जिसकी मदद से क्षेत्रीय बोली हल्बी व गोंडी का हिन्दी अनुवाद किया जा सकेगा। इस साफ्टवेयर के माध्यम से लोग हल्बी व गोंडी बोली को सरलता से समझ सकेंगे, जिससे लोगों को जोड़ने व जुड़ने में बल मिलेगा। साथ ही हल्बी व गोंडी बोली का प्रसार होगा। नैसर्गिक सौंदर्य के धनी बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने कार्य होंगे। जिसके लिये पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाने के लिये मुख्यमंत्री जन पर्यटन योजना आरंभ की जायेगी। दंतेवाड़ा स्थित बस्तर की आराध्य देवी मांई दंतेश्वरी मंदिर को विकसित किया जायेगा। बस्तर में आवागमन सुगम करने के लिये एयर कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी। श्रीनिवास राव मद्दी ने बस्तर के विकास के लिये बजट में किये गये विशेष प्रावधानों के लिये मुख्यमंत्री विष्णु देव साय व वित्त मंत्री ओपी चौधरी का आभार माना है।