आवापल्ली में द्वितीय चरण के तहत मतदान सामग्री का वितरण, चुनाव प्रक्रिया में तेज़ी
72 पोलिंग बूथों के लिए मतदान सामग्री का वितरण पूरा, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
बीजापुर – जिले के उसूर आवापल्ली में आगामी 20 फरवरी 2025 को होने वाले द्वितीय चरण के मतदान की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। क्षेत्र के 72 पोलिंग बूथों पर शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने मतदान सामग्री का वितरण पूर्ण कर लिया है।
चुनाव प्रक्रिया को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर लक्ष्मण राठिया की निगरानी में मतदान दलों को ईवीएम, वीवीपैट, बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट, सीलिंग सामग्री और अन्य जरूरी दस्तावेज सौंपे गए।
व्यवस्थित रूट वाइज पार्किंग से आवागमन सुगम
चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, मतदान दलों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए रूट वाइज पार्किंग की व्यवस्थित व्यवस्था की गई है। इससे मतदान सामग्री के वितरण और दलों के गंतव्य तक पहुंचने की प्रक्रिया अधिक सुचारु और प्रभावी बनी है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष नजर
उसूर विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शामिल होने के कारण विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। मतदान दलों को सुरक्षा बलों की निगरानी में मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि संवेदनशील मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए।
इसके अलावा, सुरक्षा बलों द्वारा क्षेत्र में लगातार गश्त की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
मतदान दलों को दिए गए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
रिटर्निंग ऑफिसर लक्ष्मण राठिया ने मतदान दलों को चुनाव प्रक्रिया के दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि “सभी अधिकारी एवं कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण रूप से संपन्न कराएं। मतदान शुरू होने से पहले ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनों की पूरी जांच करें। किसी भी तकनीकी समस्या की स्थिति में तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित करें। मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाए।”
20 फरवरी को पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ होगा मतदान
जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि 20 फरवरी 2025 को मतदान पूरी पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ संपन्न हो। प्रशासन की ओर से सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, जिससे मतदाता बिना किसी डर और व्यवधान के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
इस चुनावी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए चुनाव अधिकारियों, सुरक्षा बलों और मतदान दलों ने पूरी मुस्तैदी के साथ कार्यभार संभाल लिया है। अब सबकी निगाहें 20 फरवरी के मतदान पर टिकी हैं।





